संपादकीय पत्र : हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक को पत्र
सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ते धूम्रपान पर चिंता व्यक्त करने तथा उसे रोकने के लिए हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक को पत्र लिखिए।
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक 3 फरवरी, 20XX
संपादक महोदय
नवभारत टाइम्स
बहादुरशाह जफर मार्ग
नई दिल्ली-110002
विषय: सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ते धूम्रपान पर चिंता व्यक्त करना
महोदय
निवेदन है कि कई वर्षों से केंद्रीय सरकार की सिफारिश पर उच्च न्यायालय ने सार्वजनिक स्थानों पर बीड़ी, सिगरेट पीने पर रोक लगाने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश से कुछ प्रबुद्ध लोग बहुत प्रसन्न हुए तथा कुछ बीड़ी, सिगरेट बनाने वाली कंपनियाँ एवं इनका सेवन करने वाले नागरिक नाराज एवं परेशान हुए। आदेश जारी होने के कुछ दिनों तक तो स्थिति बहुत अच्छी रही। लोगों ने सजा एवं जुमाने के डर से सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना बंद कर दिया, परंतु अब स्थिति धीरे-धीरे पहले जैसी ही हो गई है।
महोदय, आज रेलवे स्टेशनों, औषधालयों, बस अड्डों, न्यायालयों, यहाँ तक कि विद्यालयों में भी निर्भय होकर धूम्रपान करके न्यायालय के नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। इसका प्रमुख कारण है, इस बुराई के प्रति सरकार का कड़ा रुख न होगा तथा लोगों में सामाजिक चेतना का अभाव।
धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक है ही, यह बुद्धि तथा स्मरण शक्ति का विनाश भी करता है। इससे टी०बी० तथा कैंसर जैसी भयंकर बीमारियाँ पनपती हैं। धूम्रपान करने वाले लोगों के पास बैठने वालों तथा रहने वालों पर भी असर पड़ता है। यह अन्य लोगों को भी प्रभावित करता है। सार्वजनिक स्थानों पर छात्रों, बीमार महिलाओं तथा सदाचारियों पर कुप्रभाव डालता है। अतः आप अपने समाचार-पत्र के माध्यम से लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान न करने के लिए जन चेतना आंदोलन छेड़ें।
धन्यवाद
भवदीय
क० ख०ग०