पत्र – मित्र बनाने के लिए पत्र
किसी अपरिचित को अपना ‘पत्र-मित्र’ बनाने के लिए अपना परिचय देते हुए पत्र लिखिए।
1 बी. सरस्वती विहार
विजय कुंज, हरियाणा
25 अप्रैल, 20XX
प्रिय मारिया
नमस्ते।
हमारे विद्यालय से मुझे तुम्हारा परिचय पत्र – मित्र श्रृंखला को आगे बढ़ाने के लिए दिया गया। यह एक अच्छा प्रयास है जो दो देशों के बीच लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है। तुम्हारी पत्र-मित्रता के लिए मैं उत्सुक हूँ। अपने बारे में इस पत्र में मैं आपको जानकारी दे रही हूँ और तुमसे यही उम्मीद करूँगी।
मैं नीना शर्मा हूँ। मैं दिल्ली पब्लिक स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ती हूँ। मेरे पिता जी व्यवसाय करते हैं और मेरी माताजी अध्यापिका हैं। हम दिल्ली में रहते हैं। मेरा एक भाई है जो मुझसे दो साल छोटा है। वह आठवीं कक्षा में पढ़ता है। मेरा परिवार बहुत प्यारा है। मुझे तैराकी का बहुत शौक है। मैं विद्यालय, अंतर्विद्यालय तथा जिला स्तर पर कई प्रतियोगिताएँ जीत चुकी हूँ। तैराक होने के अलावा मैं एक अच्छी प्रवक्ता भी हूँ। मैं वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिता में भाग लेती रहती हूँ। मैं भविष्य में एक नेता बनना चाहती हूँ। अपने देश के लिए कुछ करना चाहती हूँ। इसकी प्रेरणा मुझे अपने दादाजी से मिली है। उनका यही सपना था जिसे मैं साकार करूँगी।
मुझे उम्मीद है मेरा पत्र पढ़ने के बाद तुम्हें भी मुझसे मित्रता करने में रुचि होगी। इस पत्र के साथ मैं अपना एक चित्र भी भेज रही हूँ और चाहती हूँ कि यथाशीघ्र तुम भी अपना पूर्ण परिचय देते हुए अपने चित्र सहित मुझे पत्र लिखोगी। शेष अगले पत्र में।
तुम्हारी अनदेखी मित्र
श्रावणी