सद्भावना पत्र : छोटे भाई को पत्र
प्रातःकालीन सैर के लाभों का वर्णन करते हुए अपने छोटे भाई को पत्र लिखिए।
मुंबई विश्वविद्यालय
दिनांक : 11 नवंबर, 20XX
प्रिय दिनेश
छात्रावास
ईश्वर की कृपा से मैं यहाँ पर कुशलपूर्वक हूँ। आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ स्वस्थ और प्रसन्न होगे। जैसा कि तुमने मुझसे वादा किया था, अब तुम नियमित रूप से पढ़ाई कर रहे होगे तथा माताजी और पिताजी का कहना मानते होगे। दो रोज़ पहले पिताजी के पत्र से पता चला कि तुम कक्षा में प्रथम आए हो। पढ़कर मन प्रसन्न हुआ। इस सफलता पर तुम्हें हार्दिक बधाई देता हूँ। पिता जी ने यह भी लिखा है कि तुम अब आगे मेडिकल में प्रवेश पाना चाह रहे हो सो देर रात तक पढ़ते हो और सुबह देर तक सोते हो। खाना भी ठीक समय पर नहीं खाते। लेकिन मेरे भाई, इस प्रकार तो तुम अपना स्वास्थ्य बिगाड़ लोगे। यह तुम भली प्रकार जानते हो कि बिना स्वास्थ्य के जीवन में प्रगति संभव नहीं।
स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए यह आवश्यक है कि समय पर सोकर समय पर उठो। ऐसे में प्रात:काल यदि सैर करना शुरू कर दोगे तो यह तुम्हारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होगा। प्रात:कालीन भ्रमण से शरीर स्वस्थ व निरोगी बना रहता है। सूर्योदय से पहले की वायु जो कि प्रदूषण रहित होती है, स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी होती है। प्रात:कालीन भ्रमण एक व्यायाम के समान है। इससे तुम्हारा शरीर हृष्ट-पुष्ट रहेगा और पूरा दिन तुम अपने आप को तरोताज़ा महसूस करोगे।
मैं विश्वास करता हूँ कि तुम्हें मेरा सुझाव पसंद आया होगा और अब तुम इसे अपनी दिनचर्या का अंग बना लोगे। माताजी और पिताजी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा शुभचिंतक
राजीव