धन्यवाद पत्र : मित्र को धन्यवाद पत्र
अपने जन्म-दिवस पर मित्र द्वारा भेजे गए उपहार के लिए धन्यवाद-पत्र लिखिए।
35/40, सरस्वती विहार, दिल्ली
दिनांक : 12 जनवरी, 20XX
प्रिय रवि
सप्रेम नमस्कार
हम सपरिवार यहाँ पर कुशल हैं और तुम्हारे परिवार की कुशलता की ईश्वर से कामना करते हैं। मैं दो दिन से लगातार तुम्हें याद कर रहा था और आज ही तुम्हारे द्वारा भेजा हुआ पार्सल मिला। खोलकर देखा तो एक सुंदर घड़ी थी। मेरे जन्म-दिवस के उपलक्ष्य में भेजे गए तुम्हारे इस उपहार को देखकर मन प्रसन्नता से भर गया। घड़ी अत्यंत ही आकर्षक व उपयोगी है। जब वह घड़ी मेरे माता-पिता व भाई ने देखी तो वे भी बहुत खुश हुए। मेरे दूसरे मित्रों ने भी इस घड़ी को देखा और सराहा। मेरा मन प्रसन्नता से खिल गया।
मित्र, मेरे जन्म-दिवस पर तुम्हारे न आने से मैं सचमुच तुमसे नाराज़ था, परंतु उपहार के साथ तुम्हारा पत्र मिला और जब तुम्हारी परेशानी का पता चला तो मन से सारी नाराज़गी जाती रही। शारीरिक अस्वस्थता से तो अच्छे-अच्छे पस्त हो जाते हैं, फिर तुम्हें तो बहुत तेज़ बुखार था। इस सुंदर उपहार के लिए धन्यवाद। वैसे इतना कीमती उपहार भेजने की क्या आवश्यकता थी? तुम्हारा स्नेह और प्रेम ही मेरे लिए काफ़ी है। मैं तो ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूँ कि हमारी दोस्ती और प्यार इसी प्रकार बना रहे।
अब तुम्हारा स्वास्थ्य कैसा है? अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना। हमारी परीक्षा भी अब निकट आ रही है। अतः बीमार रहने से हमारा बहुत नुकसान है। जल्द ही मैं तुमसे मिलने आऊँगा। इस बार परीक्षा की तैयारी में मुझे तुम्हारा सहयोग चाहिए। मैं भगवान से तुम्हारे जल्दी ही स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूँ। अपने माता-पिता को सादर प्रणाम कहना। इतने सुंदर तथा आकर्षक उपहार के लिए एक बार पुनः धन्यवाद।
तुम्हारा प्रिय मित्र
विवेक