ज़िन्दगी में कसम, कदम और कलम✍️ बहुत सोच समझ कर उठाने चाहिए ।

गणतंत्र दिवस की परेड – गणतंत्र दिवस की परेड में भले ही एक्शन से भरपूर फिल्मों जैसे स्पेशल इफेक्ट्स और धूम धड़ाका न हो, लेकिन यह वास्तविकता पर आधारित शानदार अनुभव है।

जब हम साल-दर-साल इसे देखते हैं तो अनुभव करते हैं कि एक देश के रूप में हमने कितनी प्रगति कर ली है। इसलिए देशभक्ति का मतलब सिर्फ देश के लिए लड़ना नहीं है, बल्कि देश के गौरव में योगदान देना भी है।

  • खुद को आदर्श या सम्पूर्ण बनाने के लिए एक दिन समर्पित कीजिए क्योंकि जब आप परफेक्ट बनते हैं और आगे बढ़ते हैं, तो आपका शहर, राज्य और अंततः देश सुपर परफेक्ट बनता है और हर दिशा में प्रगति करता है।
  • गुरू बिना स्वार्थ के सही राह दिखाते हैं, कोच हाथ पकड़कर लक्ष्य तक ले जाते हैं और रोल मॉडल वे होते हैं, जिनकी तरह आप बनना चाहते हैं।
  • समानता का मतलब है कि पत्नी अपने पति के बराबर है। बहन उसके भाई के बराबर है। बेहतर नहीं, बदतर नहीं – वे समान हैं।
  • सपने देखने वाली लड़कियां विज़न रखने वाली महिला बन जाती हैं। हम एक दूसरे को इस तरह के विज़न को निभाने के लिए सशक्त कर सकते हैं, क्योंकि समानता की बात करते रहना ही पर्याप्त नहीं है। इसमें विश्वास भी करना चाहिए।
  • ज़िन्दगी में कसम, कदम और कलम बहुत सोच समझ कर उठाने चाहिए ।
  • परेशानियां प्यार और सहनशीलता की परीक्षा होती हैं,अगर आप उनसे नही हारे तो जीवन में सुख-शांति और संबंधों में प्रगाढ़ता सुनिश्चित है।
  • लोगों के पास सपने तो बड़े होते हैं, लेकिन वे अपना पूरा फोकस और समय छोटे कामों को करने में ही लगा देते हैं। जो बहाने बनाते हैं, वो खुद को ही धोखा देते हैं।
  • हमें अपनी धारणाओं का उपयोग एक परिपक्व वयस्क की भांति करना चाहिए और डर और पूर्वाग्रहों की बजाय बेहतर विकल्प का चुनाव करना चाहिए।