7 अक्टूबर का महत्व
सन् 1708 में आज ही के दिन सिखों के अंतिम गुरू, गुरू श्री गोविंद सिंह जी नांदेड़ साहिब (श्री हजूर साहिब) में ज्योति जोत समा गए थे। नांदेड़ साहिब की धरती पर गुरू साहिब ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गुरगद्दी सौंप दी थी।
सन् 1708 में आज ही के दिन सिखों के अंतिम गुरू, गुरू श्री गोविंद सिंह जी नांदेड़ साहिब (श्री हजूर साहिब) में ज्योति जोत समा गए थे। नांदेड़ साहिब की धरती पर गुरू साहिब ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब को गुरगद्दी सौंप दी थी।