100 शब्दों की कहानी


कौन विशेषज्ञ है और कौन नेत्रहीन है?


मैंने और मेरे दोस्त ने देखा कि मंदिर के साए में एक अंधा व्यक्ति अकेला बैठा हुआ था। मेरा दोस्त बोला, ‘देश के सबसे बुद्धिमान आदमी से मिलो।
मैंने दोस्त को छोड़ा और अंधे के पास जाकर उसका अभिवादन किया। कुछ देर बाद मैंने कहा, ‘मेरे पूछने का बुरा न मानना पर आप अंधे कब हुए?’

‘जन्म से अंधा हूं।’ उसने कहा।

‘और आप विशेषज्ञ किस विषय के हैं?’ मैंने पूछा।

‘खगोलविद हूं।’ उसने कहा।

फिर अपना हाथ अपनी छाती पर रखकर उसने कहा, ‘ये सारे सूर्य, चंद्र और तारे मुझे दिखाई देते हैं।’

खलील जिब्रान