हमारा सबसे गहरा रिश्ता हमारे खुद के साथ होता है।

  • बीता हुआ कल कभी बदला नहीं जा सकता, लेकिन आने वाला कल हमेशा आपके हाथ में होता है।
  • हमारा सबसे गहरा रिश्ता हमारे खुद के साथ होता है।
  • जो मनुष्य अपने व्यवहार और जिह्वा पर संयम रखता है, वह मनुष्य अपनी आत्मा को संतापों से बचाता है। इसलिए बोलने से पहले सोचना चाहिए।
  • जब कोई उपेक्षा करे, तब बिल्कुल तटस्थ हो जाएं, संतुलित हो जाएं। बस, फिर उपेक्षा भी अशांत नहीं करेगी।
  • जिस प्रकार अंधेरा होने पर आपको एक लैंप की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार आपका सच्चा स्वभाव आपके जीवन के अंधकार के दिनों के दौरान चमक कर सामने आएगा
  • दूसरों की मदद करना बिना शर्त के हो सकता है, परन्तु उसके बदले में आपकी मदद करने के लिए कहना व्यापार करना कहलाता है।
  • सोच ही सार्थक परिणाम दे सकती है और सोच दिखावे से नहीं, मन से निकलती है और मन बचपन में दी गई शिक्षा से तैयार होता है, घर में तैयार होता है।

स्त्री-पुरुष दोनों बराबर हैं –

तुम और मैं हैं आधे-आधे
हम दोनों से है पूरी दुनिया
इस दौर में कदम बराबर हैं
जितनी मेरी उतनी तेरी दुनिया