स्वराज झंडा

1921 में ब्रिटिश सरकार ने भारत का झंडा फहराने पर पाबंदी लगा दी थी।

इसके बाद स्वतंत्रता सैलानियों ने स्वराज झंडे को विरोध के प्रतीक के रूप में उपयोग किया था।

यह एक तिरंगा था, जिस पर अशोक चक्र की जगह चरखा बना था।