सेलुलर क्रांति (मोबाइल)
वाह! सेलुलर तुमने की जन – क्रांति
न ऐसी देखी, न सुनी क्रांति
मोबाइल फोन क्या है? – सेलुलर को हिंदी में चलयंत्र कहते हैं। इसके अर्थ तथा इसकी सीमा को यथेच्छा निर्धारित किया जा सकता है। जितनी बड़ी जन – क्रांति हमारे जीवन में सेलुलर फोन ने की है उतनी बड़ी शायद राष्ट्रीय और सामाजिक जीवन में किसी वैचारिक जागरण के कारण भी नहीं हुई होगी। आज छोटे-से-छोटे, बड़े-से-बड़े हर व्यक्ति के कानों पर सेलुलर सेट लगा रहता है।
बच्चा, बूढ़ा, नौजवान, विद्यार्थी, कारोबारी, नाई, धोबी, दुकानदार, मंत्री और नेता सभी सेलुलर फोन के बिना स्वयं को अधूरा-सा तथा समाज से कटा हुआ सा महसूस करते हैं।
अद्भुत लाभ – सेलुलर ने क्रांति भी तो हर क्षेत्र में की है। हर वर्ग में इस छोटे से चलयंत्र का प्रयोग बड़े से लेकर छोटे पैमाने पर हो रहा है। इस यंत्र से हम एस.एम.एस. और एम.एम.एस. भेज सकते हैं। फोटो खींच सकते हैं। वीडियो बना सकते हैं। अपनी पसंद के गाने सुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह यंत्र कम्प्यूटर का भी काम करता है। इससे हम इंटरनेट, वाट्सअप, फेसबुक व ट्विटर का आनन्द ले सकते हैं। इस तरह से यह यंत्र कई यंत्रों का मिश्रण है।
हानि से कैसे बचें – परन्तु जिस प्रकार सभी वस्तुओं के अच्छे और बुरे पक्ष होते हैं, ठीक उसी प्रकार एक ओर जहाँ इसका सदुपयोग है तो कुछ लोग इसका दुरुपयोग भी कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त इसके अत्यधिक प्रयोग से कई तरह की बीमारियाँ होने का खतरा भी रहता है। इसलिए हम सभी को ध्यान रखना है कि छोटे-से-प्यारे से यंत्र का दुरुपयोग न हो। इसका प्रयोग तो केवल सदुपयोग के लिए हो।