सुविचार (Quote)

  • मौन और मुस्कान दोनों का इस्तेमाल करें। मौन रक्षा कवच है तो मुस्कान रक्षा द्वार।
  • एक आदमी जो अपना एक घण्टा बर्बाद करने की हिम्मत करता है, उसे अपने जीवन का मूल्य नहीं पता।
  • एक त्रुटि सुधारना, एक नए सत्य या तथ्य की स्थापना के जितना ही अच्छा काम है। कभी – कभी उससे भी बेहतर।
  • दानशीलता यह है कि अपनी सामर्थ्य से अधिक दो और स्वाभिमान यह है कि अपनी आवश्यकता कम लो।
  • सच्चा महापुरुष वह आदमी है जो न दूसरों को अपने अधीन रखता है और न स्वयं दूसरों के अधीन होता है।
  • लक्ष्य के आधे रास्ते पर जाकर कभी न लौटें, क्योंकि वापस जाने पर भी आधा रास्ता पार करना पड़ता है।
  • मन खराब हो तो बुरे शब्द न बोलें, क्योंकि मन बदलने के मौके तो मिलेंगे पर शब्द बदलने के नहीं।
  • जीवन में कुछ चीज़ें मुश्किल होती हैं पर उन्हें कर दिखाना जरूरी हो जाता है।
  • अपने अंतर में जाओ और अपना अस्तित्व वहीं ढूँढो जहां आपकी ज़िंदगी का स्रोत है।
  • ईश्वर ने इंसान को असीमित शक्तियों के साथ भेजा है, उसे आप सीमाओं में बांधने के बारे में कैसे सोच सकते हैं।
  • खुश लोग अपने जीवन में आनंद और उद्देश्य का संतुलन बनाए रखते हैं।
  • हमें जरूरत है एक ईमानदार अवलोकन की। दूसरों की गलतियों की पहरेदारी करने की नहीं।
  • प्रेम का वर्णन नहीं किया जा सकता फिर भी यह सब कुछ वर्णन कर देता है।
  • सोच का ही फर्क होता है, वरना समस्याएं आपको कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत बनाने आती हैं।
  • समय सब कुछ बदल देता है। फिर भी हमारे अंदर कुछ ऐसा जरूर रह जाता है, जो बदलाव से हर बार हैरान होता है।
  • दुख और दर्द के इस नाटक में खुशी केवल एक प्रकरण की तरह है।
  • धर्म का उद्देश्य मनुष्य को स्वर्ग तक पहुंचाना नहीं, स्वर्ग को मनुष्य के भीतर उतारना है।
  • हर बुरे का एक निकृष्टतम भी होता है।
  • आपके दिल में न पीड़ा हो और न डर हो तो मनुष्य जीवन की सहजता को प्राप्त हुआ समझना चाहिए।
  • आप जहां रहते हैं वहीं स्वर्ग बना सकते हैं।
  • काम करते रहने से दिमाग स्वस्थ और सक्रिय रहता है।