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सिंदूर और तिलक मंगल-सूचक

हिंदू धर्म की परम्परानुसार मांग में सिंदूर भरना स्त्री के सुहागिन होने का प्रतीक है। यह नारी श्रृंगार का भी महत्वपूर्ण अंग है। सिंदूर मंगल-सूचक भी है। मांग में जहां सिंदूर भरा जाता है, वह स्थान ब्रह्मरन्ध्र और अध्मि नामक मर्म में ठीक ऊपर है। सिंदूर में पारा जैसी धातु अधिक होने के कारण चेहरे पर झुर्रियां जल्दी नहीं पड़ती।

माथे पर तिलक

आमतौर पर चंदन, कुमकुम, मिट्टी, हल्दी, भस्म आदि का तिलक लगाने का विधान है। अगर कोई तिलक लगाने का लाभ तो लेना चाहता है, पर दूसरों को यह दिखाना नहीं चाहता, तो शास्त्रों में इसका भी उपाय बताया गया है। कहा गया है कि ऐसी स्थिति में ललाट पर जल से तिलक लगा लेना चाहिए।

खिड़कियों में क्रिस्टल

शयन कक्ष की खिड़कियों में क्रिस्टल लगवाएं। इससे टकराकर जो रोशनी घर में आती है, वह सकारात्मक ऊर्जा लाती है। यह ऊर्जा आपको स्वस्थ और ऊर्जावान बनाती है। इससे आप अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल सही दिशा में करके लाभ प्राप्त कर पाते हैं।