समय को बर्बाद करने वालों को समय बर्बाद कर देता है।

  • जो समय को बर्बाद करते हैं, समय उनको बर्बाद करने में ज्यादा समय नहीं लगाता है।
  • कर्मफल प्रारब्ध बन कर जीवन में पीछा करते हैं, जैसे भूखा बछड़ा भूख लगने पर माँ को तलाश ही लेगा दूध पीने को उसी प्रकार । लेकिन जब हम सद्गुरु की शरण में जाते हैं या अपना जीवन इष्ट भक्ति या मानव सेवा में लगाते हैं, तब प्रारब्ध बड़ा पत्थर बन कर हमारे ऊपर गिर कर जो चोट देने वाला था, जिसको शायद हम सह नहीं पाते वह पत्थर छोटे-छोटे टुकड़े बन कर जीवन में गिरेंगे जिसे हम आसानी से सहन कर प्रारब्ध खत्म कर लेंगे।
  • हम प्रकृति और समाज से बहुत कुछ पाते हैं, उसके बदले हमें भी उसे कुछ लौटाना चाहिए।
  • उम्मीद हमारे जीवन में सुगंध या दुर्गंध फैलाने का काम करती है और इस बात का फैसला वक्त ही करता है कि हमारे हिस्से में क्या आया
  • मन को यकीन दिलाया जाता है और दिल को जीता जाता है।
  • जब हमारे दिल और दिमाग के बीच लड़ाई होती है, तो हम दूसरों से सुझाव लेते हैं।
  • हमारे पास उनकी मदद करने के लिए सबसे अच्छे इरादे हो सकते हैं, लेकिन उनकी स्थिति और अनुभव बहुत भिन्न हो सकते हैं।
  • कम आत्मसम्मान वाले लोगों में दूसरों की आलोचना करने या खुद को बेहतर साबित करने की सम्भावना 80% अधिक होती है।
  • ऐसे लोग बहुत कम होते हैं, जो खुद पर भरोसा रखते हैं, वे चीजों को उसी तरह लेने की अधिक संभावना रखते हैं जिस परिस्थिति में वे होते हैं और उनका आनंद लेते हैं।