सद्भावना पत्र : अपने छोटे भाई को पत्र लिखकर अध्ययनशील होने की सलाह


अपने छोटे भाई को पत्र लिखकर अध्ययनशील होने की सलाह दीजिए।


21/24, मदरसा रोड

कश्मीरी गेट

दिल्ली

दिनांक : 15 अप्रैल, 20XX

प्रिय राहुल

शुभाशीष

कल तुम्हारे छात्रावास से तुम्हारे मित्र का पत्र प्राप्त हुआ। शायद तुम समझ ही गए होंगे कि उसने यह पत्र क्यों लिखा था। आजकल तुम्हारी संगति बिगड़ रही है और तुम्हारा ध्यान पढ़ाई से हटकर अन्य शरारतों की ओर जा रहा है, यह जानकर बड़ा दुख हुआ। भाई, तुम यह भली-भाँति जानते हो कि तुम्हें छात्रावास में भेजने का मूल उद्देश्य क्या था। पिता जी चाहते हैं कि तुम पढ़-लिखकर बड़े अफ़सर बनो और इसके लिए तुम्हें अध्ययन करना होगा।

अध्ययनशील व्यक्ति ही जीवन में कुछ बन सकता है। अध्ययन केवल तुम्हारी ज्ञान वृद्धि ही नहीं करता, बल्कि तुम्हें सही रास्ता दिखाकर कुसंगति से भी बचाता है। अध्ययन का अपना एक अलग ही आनंद है। अध्ययन हमें आम लोगों की श्रेणी से ऊपर उठा देता है। अध्ययनशील व्यक्ति जीवन में तरक्की करते हैं और उच्च स्थान को प्राप्त करते हैं। मैं चाहता हूँ कि तुम निश्चित ही मेरे द्वारा कही बातों पर अमल करके अध्ययनशील बनोगे।

तुम्हारा शुभचिंतक

सुनील