संवेदना पत्र : अपनी सहेली के दुर्घटना ग्रस्त होने पर सांत्वना पत्र लिखिए।
अपनी सहेली के दुर्घटना ग्रस्त होने पर सांत्वना पत्र लिखिए।
121, दरीबा कलां,
दिनांक 12 अगस्त, 20XX
प्रिय तान्या
सप्रेम नमस्ते
आशा है, अब तुम स्वस्थ होगी। वृंदा के पत्र से यह जानकर बहुत दुख हुआ कि तुम्हारे साथ दुर्घटना घटित हो गई और तुम अस्पताल में भर्ती हो। अस्पताल का नाम सुनते ही अनेक प्रकार की कुशंकाएँ मन को घेर लेती हैं। वृंदा ने लिखा कि तुम साइकिल पर सवार होकर अपने स्कूल जा रही थी और एक ट्रक ने पीछे से तुम्हें टक्कर मार दी। भगवान का शुक्र है कि तुम्हारे गिरते ही ट्रक ड्राइवर ने ट्रक को मोड़ लिया, वरना न जाने क्या हो जाता! तान्या, तुम्हें अपना पूरा ध्यान रखना होगा। तुम्हारी स्थिति की कल्पना कर मन भय से भरा जा रहा है। पैर की टूटी हड्डी को जुड़ने में समय लगेगा, लेकिन तुम जल्दबाज़ी मत करना। डाक्टर जितना कहे उतना आराम ज़रूर करना। छोटी-मोटी खरोंचे तो जल्द ही ठीक हो जाएँगी।
सोचती हूँ, इस समय यदि मैं तुम्हारे पास आ पाती तो कितना अच्छा होता। परीक्षाएँ सर पर हैं। पढ़ाई भी करनी है सो मन को समझाना होगा।
आशा है, तुम जल्द ही अच्छी हो जाओगी। तुममें बहुत हिम्मत है। तुम अवश्य ही इस संकट का सामना पूरी बहादुरी से करोगी। माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना और छोटे भाई को प्यार।
तुम्हारी सहेली
कल्पना