संपादक के नाम पत्र
संपादक के नाम पत्र : इलाके में गुंडागर्दी बढ़ने और पुलिस की उदासीनता व अकर्मण्यता के विरुद्ध।
प्रतिष्ठार्थ
संपादक महोदय,
दैनिक राष्ट्रीय सहारा,
नई दिल्ली -110001
मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से भारत सरकार के गृह मंत्रालय तथा संबद्ध अधिकारियों का ध्यान नीचे लिखे तथ्यों की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। इन्हें उचित स्थान पर प्रकाशित करने का कष्ट कर अनुगृहीत करें ।
हमारे सिविल लाइंस क्षेत्र में आजकल पूरी तरह से गुंडाराज चल रहा है। रात-दिन किसी भी समय वे राह चलतों से छेड़खानी, छीना-झपटी, घरों में घुसकर लूट-पाट और मार-पीट तो करते ही रहते हैं, विरोध करने वालों की जान तक लेने से नहीं चूकते। पिछले कुछ ही दिनों में ऐसी तीन-चार हत्याएँ हो चुकी हैं। स्कूल-कॉलेज जा रही लड़कियों से छेड़खानी, उनके कर्णफूल, जंजीरें झटकने, उनकी इज्जत लूटने के प्रयास भी बहुधा होते रहते हैं। राह चलते लोगों की जेबें कट जाना आम बात है। स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट करने पर पहले तो कोई शिकायत लिखी ही नहीं जाती, रिश्वत लेकर शिकायत लिखने पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती। जनता मिलकर यदि किसी गुंडे को पकड़ कर थाने ले भी जाती है, तो कुछ ही देर बाद वह खुला घूमता पकड़ने वालों को ‘देख लेने’ की धमकी देता फिरता है। हमारी संबद्ध मंत्रालय के उच्चाधिकारियों से प्रार्थना है कि वे इन असामाजिक और उपद्रवी तत्त्वों पर उचित कार्यवाही करके क्षेत्रवासियों को राहत दिलवाएँ।
भवदीय,
राकेश
सचिव,
मौहल्ला वैलफेयर एसोसिएशन,
21, सिविल लाइन्स
दिल्ली
दिनांक 20.1.20……….