संकल्प से सिद्धि होती है।

  • संकल्प से सिद्धि होती है।

  • काम टालने वाले लोग वह काम भी नहीं कर पाते जिसे करने की उनमें योग्यता होती है।

  • जहाँ सहनशीलता होती है, वहाँ क्रोध नहीं होता, वहाँ टकराव भी नहीं होता और जहां टकराव नहीं होता, वहाँ बिखराव भी नहीं होता।

  • सुनना, बोलने जितना अहम है। अगर आप अच्छे श्रोता हैं और अपने साथ बात करने वाले को ध्यान से सुनते हैं तो ऐसा अक्सर होता होगा कि आपको बेहतरीन संवाद करने पर बधाई मिले।

  • मौन की सौम्यता को बनाकर रखना चाहिएएक – दूसरे पर टीका – टिप्पणी करने से बचना चाहिए। एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि खुद से और दूसरों से यथार्थवादी अपेक्षाएं ही रखनी चाहिए।

  • अगर हम दूसरों की मदद नहीं कर सकते तो उन्हें आहत भी नहीं करना चाहिए

  • कोई भी गलती दो बार नहीं कर सकते। दूसरी बार वह आपकी इच्छा होती है, गलती नहीं।

  • आप तब तक हार नहीं मान सकते, जब तक अपने मन से हार न मान लें।

  • दुनिया में कुछ स्थायी नहीं है, यहाँ तक कि हमारी परेशानियां भी नहीं।

  • जीवन एक अनुभव है। हम जितने अधिक प्रयोग करते हैं, उतना ही इसे बेहतर बनाते हैं।

  • अगर हम दूसरों की मदद नहीं कर सकते तो उन्हें आहत भी नहीं करना चाहिए

  • प्रसन्न होने का कोई मार्ग नहीं होताप्रसन्नता स्वयं ही एक मार्ग होता है।

  • हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाए।

  • अतीत पर ध्यान नहीं देना चाहिए। भविष्य के बारे में नहीं सोचना चाहिए। अपने मन को वर्तमान क्षण पर केंद्रित करना चाहिए

  • एक आदमी जो पचास लोगों से प्रेम करता है, उसके पचासों संकट हैं। वो जो किसी से प्रेम नहीं करता, उसे एक भी संकट नहीं है।

  • क्रोध को पाल कर रखना गर्म कोयले को किसी ओर पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के समान है ; जिसमें आप ही जलते हैं।

  • यह कभी नहीं देखना चाहिए कि क्या किया जा चुका है। हमेशा यह देखना चाहिए कि क्या किया जाना बाकी है।

  • जिसके पास बहुत अधिक चीज़ें हैं, अगर वह उन्हें खुशी का आधार मानता है तो गलत करता है। क्योंकि खुशी अधिक होने के बारे में नहीं, अपितु बहुत अधिक देने के बारे में है।

  • हर एक के जीवन में यह मायने रखता है कि उसने कितने अच्छे से प्रेम किया ? उसने कितनी पूर्णता से जीवन जीया ? उसने कितनी गहराई से अपनी कुंठाओं को जाने दिया।

  • अगर हम वास्तव में स्वयं से प्रेम करते हैं तो हम किसी को ठेस नहीं पहुंचा सकते।

  • सभी को जीवन में अपना उद्देश्य पता होना ही चाहिए और उसमें जी जान से जुट जाना चाहिए।

  • अपने जीवन की कहानी हम खुद लिखते हैं, यह कहानी हमेशा हमारे साथ रहती है।

  • अगर आजादी मिलती है तो अपनी जिम्मेदारी भी समझनी चाहिए।

  • अपनी लकीर खुद खींचनी पड़ती है। लोग तो कहते रहेंगे, परन्तु आप अपना काम करते रहिए।

  • दुनिया के हर रिश्ते में उतार चढ़ाव तो आते ही हैं, लेकिन वह रिश्ता सबसे खूबसूरत होता है, जो हर उतार चढ़ाव के बाद भी अपनी पाकीजगी नहीं खोता। (सुम आमीन)