शाम के समय घर में रोशनी
परिवार में खुशहाली बनी रहे और परिवार खुशियों की रोशनी में खिलता रहे, इसके लिए वास्तु के हिसाब से रोशनी को अहम माना गया है।
इसलिए घर में रोशनी को महत्व अवश्य दें। शाम के समय कुछ देर के लिए पूरे घर में रोशनी अवश्य करनी चाहिए।
वास्तु के अनुसार, शाम के समय पूजन स्थान पर इष्ट देव के सामने प्रकाश का उचित प्रबंध होना चाहिए, इसके लिए घी का दीया जलाना अत्यंत उत्तम है।
शास्त्रों के अनुसार, इस समय घर में धन की देवी लक्ष्मी का प्रवेश होता है। यदि इस समय घर में अंधेरा होता है तो लक्ष्मी अपना मार्ग बदल लेती है और बाहर की नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर जाती है।
ऐसी अशुभ ऊर्जा को रोकने तथा घर में लक्ष्मी के वास के लिए गोधूलि बेला के समय घर में तथा पूजा स्थान पर उत्तम रोशनी होनी चाहिए।
गर्भवती का नदी पार करना अशुभ
गर्भवती स्त्री का नदी पार करना अशुभ माना जाता है। प्राचीन समय में नदी पर पुल इत्यादि की व्यवस्था नहीं थी।
यात्रियों को नाव में बैठकर नदी पार करनी होती थी, जिसमें दुर्घटनाग्रस्त होने की सम्भावना बहुत अधिक होती थी।
गर्भवती स्त्री एवं गर्भस्थ शिशु को इस प्रकार की दुर्घटनाओं से सुरक्षित रखने की दृष्टि से यह मान्यता स्थापित की गई।