शांत मन ही संसार में शांति कायम कर सकता है।
• हर यात्रा की एक गुप्त मंजिल भी होती है, जिससे यात्री अक्सर अनजान ही रह जाता है।
• हर चीज आंतरिक बदलाव पर निर्भर करती है। जब ऐसा होता है तभी दुनिया बदलती है।
• जब मनुष्य का मन शांत होगा तभी वह पूरी दुनिया में शांति कायम कर सकेगा।
• जो मानते हैं वही कहें, और वही करें जो कहते हैं, तभी हम पूरे हो पाएंगे।
• शुद्धिकरण का स्थान है एकांत।
• प्रेम करने वाला ईश्वर के नजदीक आता है।
• अहंकारी के अंदर ईश्वर के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता।
• जब दो लोगों के रिश्ते का आधार भरोसा और मानवता होता है तो ईश्वर इसमें ऊर्जा भरते हैं।
• ईश्वर ने इतने अलग-अलग तरह के लोग बनाए हैं, वो पूजा के लिए केवल एक ही तरीके की इजाजत कैसे दे सकते थे?
• धारणाएं बदलनी चाहिए। हमें खोज करते हुए जीना चाहिए। हर चीज के लिए तैयार रहना चाहिए। लगातार छान-बीन करनी चाहिए।
मार्टिन बूबर