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वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट


• दूसरी वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का मेजबान भारत है। पहली वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का आयोजन भी भारत में ही किया गया था।

• ‘वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट-2023′ की विषयवस्तु \’ऊर्जा सुरक्षा और विकास : समृद्धि का रोडमैप’ रखी गई है। इस समिट ने ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करने के लिए विकासशील देशों से विचार उत्पन्न करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

• इसमें व्यापार, एनर्जी और क्लाइमेट फाइनेंस जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। ग्लोबल साउथ से तात्पर्य उन देशों से है, जिन्हें अक्सर विकासशील, कम विकसित या अविकसित देशों के रूप में जाना जाता है।

• ये देश मुख्य रूप से अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित हैं। इनमें से कई देश साल 1960 और साल 1970 के दशक तक पश्चिमी यूरोपीय उपनिवेश का हिस्सा रह चुके हैं। ग्लोबल साउथ दुनिया की 85 फीसदी से अधिक आबादी और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लगभग 40 फीसदी का प्रतिनिधित्व करता है जो कि तुलनात्मक काफी अधिक है।