विश्व मानवाधिकार दिवस (10 दिसंबर)


आज के दिन को विश्व मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में मानव अधिकार की छाया देने वाले वृक्ष का बीज राममोहन राय ने बीजा था। 

भारत में प्रचलित सती प्रथा को राजा राममोहन राय ने मानवता के विरुद्ध करार दिया। इसी आंदोलन से भारत में मानवाधिकार की भावना का सूत्रपात हुआ।

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने समानता, सम्मान व अधिकार के लिए मानवाधिकार दिवस की शुरुआत की।

12 अक्टूबर 1948 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग बना।

पंजाब में मार्च 1997 में राज्य मानव अधिकार आयोग बना।

यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स के प्रारूप में पुरुष के सम्मान, अधिकार, समानता एवम् स्वतंत्रता की बात थी। भारत की प्रतिनिधि हंसा मेहता की जिद से पुरुष की जगह मानव लाया गया।