विचार परिवर्तन का जादू

एक कुम्हार चिलम बना रहा था। सभी को पता है कि चिलम का तो नसीब ही आग में जलना होता है।

कुम्हार के मन में पता नहीं क्या आया कि उसने थोड़ी मिट्टी ओर डाली और उसे चिलम की जगह सुराही बना दिया।

मिट्टी ने पूछा,”तू तो मुझे चिलम बना रहा था, सुराही कैसे बना दिया?”

कुम्हार ने जवाब दिया,”मेरा विचार बदल गया।”

मिट्टी कृतज्ञ होते हुए बोली,”तेरा तो विचार बदला, मेरा तो संसार ही बदल गया।”

इसी प्रकार विचार का हल्का सा परिवर्तन हमारे मन को तपती आग से शीतलता में धकेल सकता है।

चिलम : (हुक्के के ऊपर रखा जाने वाला मिट्टी का नलीदार पात्र जिसमें तंबाकू रखकर तथा अँगारों से सुलगाकर पीते हैं)