विचार करना तो खुद ही सीखना होगा।


आसपास के सभी लोगों से प्रेम करें। मेहरबान बनें, दयालु बनें। जिन्होंने आपके साथ बुरा किया है, उन्हें भी माफ करें।

जब जीवन नीरस हो जाता है तो दुख का भी स्वागत होता है।

• जब काम में आनंद आता है, तो जीवन सुंदर हो जाता है। अगर काम पसंद का नहीं, तो जीवन गुलामी लगता है।

खुशी तब तक छोटी लगती है जब तक आपके हाथ में होती है, जब वह चली जाती है तब समझ में आता है कि कितनी बड़ी और मूल्यवान थी।

बच्चों के लिए भी वैसे ही लिखना चाहिए जैसे बड़ों के लिए लिखते हैं, बल्कि उससे बेहतर

• किताबें पढ़ते रहें, लेकिन याद रखें कि किताब तो किताब ही है, आपको विचार करना तो खुद सीखना होगा।

• सबसे बेरहम दुश्मन हमारा अतीत होता है।

मैक्सिम गोर्की