मित्र और चित्र दिल से बनाएंगे तो चित्र जरूर निखर कर आएंगे।

  • दुनिया के कल्याण के लिए तब तक कोई अवसर पैदा नहीं हो सकते, जब तक कि महिलाओं की स्थिति में सुधार न हो। पक्षी के लिए भी केवल एक पंख पर उड़ना संभव नहीं है।स्वामी विवेकानंद जी।

आपको अपने अंदर यह भरोसा होना चाहिए कि आप जो सोचते हैं, वही सही है – उसके साथ हमेशा खड़े रहिएकभी भी डरिए नहीं और थोड़े जिद्दी बनिए। अच्छे बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहिए।

  • सफलता का कोई नियम नहीं होता क्योंकि आपका जुनून, कड़ी मेहनत और धैर्य कामयाबी दिलाते हैं।

जीवन में लक्ष्य बनाएं और खुद को आजमाएं, तभी अपनी क्षमताओं की पहचान हो पाती है।

  • एक साहसी महिला होने का मतलब यह नहीं है कि आपको पहाड़ों को नापना होगा।  इसका मतलब यह है कि अपने आप को एक मौका देना, वह भी तब, जब आप सोच लेते हैं कि यह काम आपसे नहीं हो सकता

हमें आत्मविश्वास और स्वाभिमान पर फोकस करते हुए कार्यों में जुटे रहना चाहिए।

  • आप जो सबसे साहसिक कार्य कर सकते हैं, वह है खुद को पहचानना, जानना कि आप किसमें विश्वास करते हैं और कहाँ तक जाना चाहते हैं।

होशियार होना अच्छी बात है, पर दूसरों को मूर्ख समझना बेवकूफी है।

  • जिंदगी का कोई रिमोट नहीं होता, उठो, जागो और खुद को बदलना शुरू करो।

जिस दिन से आप चलना कम कर देंगे, उस दिन से दवाईयां चलना शुरू कर देंगी।

  • मित्र और चित्र दिल से बनाएंगे तो चित्र जरूर निखर कर आएंगे।

यह याद रखना चाहिए कि झूठ चाहे कितना भी चिल्लाए, पर जीत हमेशा सत्य की ही होती है।

  • हमें उन चीजों को जाने नहीं देना चाहिए, जो सही नहीं हैं।  हमें खड़े होकर उनका मुकाबला करना चाहिए और एक बार ऐसा करने से डर अपने आप चला जाता है।

जो दिल में है, उसे कहने की हिम्मत रखिए और जो दूसरों के दिल में है, उसे समझने का हुनर रखिएरिश्तों को समझने में यह मददगार साबित होता है।

  • घड़ी को देखो मत, बस वह करो, जो वह करती है, बस चलते रहो।

कांच की मनोदशा जैसी ही मनोदशा उस इंसान की होती है, जो अभी जीवन में कुछ बना नहीं है – अभी काँच हूँ, इसलिए चुभता हूँ। जिस दिन आईना बन जाऊँगा सब मुझे ही देखेंगे