मातृ दिवस
मां तो अपने ख्यालों में भी अकेली नहीं होती। कोई भी मां दो बार सोचती है, एक बार अपने लिए और एक बार अपने बच्चे के लिए।
सोफिया लॉरेन
मां तो अपने ख्यालों में भी अकेली नहीं होती। कोई भी मां दो बार सोचती है, एक बार अपने लिए और एक बार अपने बच्चे के लिए।
सोफिया लॉरेन