बोलने की आदत डालिए।


  • जब आप गलती करने से डरते हैं, तो आपकी सोच एक परिदृश्य तक सीमित रहती है। बेहतर होगा कि आप अपने डर को नए दृष्टिकोण से देखें।
  • चिंता कई बार बेहतर निर्णय लेने में मददगार साबित होती है, लेकिन चिंता सॉल्यूशन फोकस्ड होनी चाहिए।
  • गलती का डर लोगों को अपाहिज बनाता है। डर को बोलकर खत्म किया जाता है।
  • आप जितना ज्यादा बोलते हैं, आपका आत्मविश्वास उतना बढ़ता है और आपके लिए अगली बार बोलना उतना आसान हो जाता है, इसलिए बोलने की आदत डालिए।
  • खुद की गलती मानना हिम्मत का काम है, इसमें संतुष्टि का अहसास होता है और अपराधबोध कम होता है।
  • पैसा ही पैसे को खींचता है। बचत कर पूंजी बढ़ाने की क्षमता इसका सूचक है कि आपमें ज्यादा कमाने की काबिलियत है।
  • कड़ी मेहनत आपको वहां पहुंचा देती है, जहां अच्छी किस्मत शायद आपको पहुंचा दे।