बाल गीत – मेरा गाँव
मेरा गाँव
नदी किनारे मेरा गांव,
शीतल – शीतल पीपल छांव।
बागों में जब कोयल बोले,
कानों में मीठा रस घोले।
सोंधी – सोंधी धरती महके,
कलरव करती चिड़िया चहके।
पुरवइया गुन – गुन – गुन गाए,
सरसों की चुनरी फहराए।
ऐसा है यह मेरा गांव,
पूजा और प्रेम का गाँव।