फादर कामिल बुल्के
प्रश्न. मानवीय करुणा की दिव्य चमक शीर्षक की सार्थकता पर प्रकाश डालिए।
उत्तर : ‘मानवीय करुणा की दिव्य चमक’ संस्मरणात्मक लेख के माध्यम से लेखक सर्वेश्वर दयाल सक्सेना ने फादर कामिल बुल्के के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। फादर कामिल बुल्के मानवीय करुणा के प्रतीक थे। उनका हृदय सबके लिए प्रेम, अपनत्व और करुणा से परिपूर्ण था। ईश्वर में उनकी गहरी आस्था थी। उनके द्वारा बोले गए सांत्वना के शब्द दुखी और पीड़ित व्यक्ति को असीम शांति प्रदान करते थे। दृढ़ संकल्प और सहज मानवीय गुणों से परिपूर्ण फादर का व्यक्तित्व ‘मानवीय करुणा की दिव्य चमक’ से प्रकाशित था। अतः पाठ का शीर्षक सार्थक है।