फादर कामिल बुल्के
प्रश्न. लेखक सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के अनुसार देवदार की छाया और फादर कामिल बुल्के के व्यक्तित्व में क्या समानता थी?
उत्तर : देवदार के सघन वृक्ष की छाया घनी, शीतल और मन को शांत करने वाली होती है। फादर कामिल बुल्के ‘परिमल’ के सभी सदस्यों से एक पारिवारिक रिश्ते में बँधे जैसे थे। वे सब के साथ हँसी मजाक में निर्लिप्त शामिल रहते। ‘परिमल’ के सदस्यों के घरों में होने वाले उत्सवों और संस्कार में वे बड़े भाई और पुरोहित जैसे खड़े होकर अपना आशीर्वाद देते थे। फादर की उपस्थिति में लेखक को शांति, सुरक्षा, संरक्षण और अपनत्व का अनुभव होता था। इसी कारण लेखक को फादर की उपस्थिति देवदार की छाया जैसी लगती थी।