प्रेम सिर्फ क्रिया नहीं, जीवन की सार्थकता है।
मौन भीतर की ओर लौटने का रास्ता है। हमारे भीतर भी एक संसार है, जिसमें उनका मन रमता है, जो अपनी मर्ज़ी से इस राह पर चलते हैं।
ज़िंदगी में धीरे चलकर भी कभी नहीं रुके तो यकीन मानिए आप सबसे तेज़ चल रहे हैं।
अपनी असुरक्षा की भावना को प्रेरित करने वाली कहानियों में बदल लो, न कि अपने डर में या फिर दूसरों के बारे में राय बनाने में।
मुश्किल वक्त का सबसे बड़ा सहारा है उम्मीद, जो अडिग विश्वास देती है कि सब अच्छा होगा।
चीज़ों की कीमत मिलने से पहले होती है और इंसानों की कीमत खोने के बाद होती है।
प्रतिभा का अर्थ है बुद्धि में नई कोंपलें फूटते रहना। नई कल्पना, नया उत्साह, नई खोज और नई स्फूर्ति प्रतिभा के लक्षण हैं।
नई चीज़ें सीखने की जिसने आशा छोड़ दी, वह बूढ़ा हो गया है।
ज़िंदगी में उद्देश्य हो, तभी सच्ची खुशी मिलती है।
ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए रिश्ते बहुत जरूरी हैं, इन्हीं से सच्ची खुशी मिलती है।
ज़िंदगी का उद्देश्य ऐसी भावना और अनुभूति है जो सच्ची खुशी देता है।
अगर जीवन में उद्देश्य की कमी है तो सफलता हासिल करके भी अंत में कुछ मायने नहीं रखता।
सच्ची खुशी का मतलब रोज कुछ न कुछ सार्थक करने में है।
असफलता जीवन का एक हिस्सा है, इससे डरकर सफलता की राह मत छोड़ें।
इस बात को व्यक्त मत होने दीजिए कि आपने क्या सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाए रखिए और इस काम को करने के लिए दृढ़ रहिए।
सभी दुखों की जड़ लगाव है। इसलिए खुश रहने के लिए लगाव छोड़ देना चाहिए।
सही हो या गलत, खुशी इस बात की होनी चाहिए कि यह फैसला आपका है।
समय की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल जाना।
सफलता सिर्फ आपके विचार में है। अगर आप में इच्छा है, तो बदलाव ला सकते हैं।
विनम्रता ही आपकी सच्ची सफलता है।
कृतज्ञता का अर्थ धन्यवाद देना है।
कृतज्ञता ऐसा जादू है, जिसके अभ्यास से चमत्कार होते हैं।
ज्ञान एक खजाना है, लेकिन अभ्यास इसकी कुंजी है।
पूजा कर्मकांडों से नहीं, वरन् आत्मा की शुद्धि से होती है।
केवल ज्ञान की ज्योति द्वारा ही मानव मन के अंधकार को दूर किया जा सकता है।
यदि आपके आस – पास नकारात्मक विचार रखने वालों की भीड़ है तो उन्हें दूर करें, वरना वे आपको भी अपनी तरह बना लेंगे।
जब लक्ष्यों को पाना मुश्किल हो तो उन्हें न बदलें, बल्कि प्रयासों में बदलाव करें।
जीवन में सिर्फ दो इमोशन्स मायने रखते हैं प्रेम और डर। जीवन में आप दोनों में से किसी एक ही दिशा में आगे बढ़ते हैं। सार्थक जीवन बिताने के लिए आपको प्रेम चुनना पड़ेगा।
प्रेम सिर्फ क्रिया नहीं, जीवन की सार्थकता है।
पुस्तकें इंसान की सबसे अच्छी मित्र हैं। किताब पढ़ने से न सिर्फ भाषा व बुद्धि का विकास होता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
प्रेम सिर्फ़ एक क्रिया नहीं है, यह सब कुछ है दयालुता, मधुर संबंध, तालमेल, जीवन का सम्मान और इसकी सार्थकता।
आत्मविजय ही सबसे बड़ी विजय है।
अपनी कमजोरियों से कभी भी हतोत्साहित नहीं होना चाहिए, हतोत्साहित होने का अर्थ है आपने अपनी हार स्वीकार कर ली।
किसी दुर्बलता का होना कोई पाप नहीं है, परन्तु जैसे ही आप उस दुर्बलता को हटाने का प्रयास छोड़ देते हैं, आप युद्ध हार जाते हैं।
जीवन में सबसे बड़ा पाप हार मान लेना है, क्योंकि हार मानने में आप अपने भीतर के ईश्वर के प्रतिरूप आत्मा की सर्वोच्च शक्ति को अस्वीकार कर देते हैं। इसलिए कभी हार मत मानिए।
हर आदमी अपने आसपास एक वातावरण (AURA) लेकर घूमता है, जिसके पास आने वाले अवश्य उससे प्रभावित होते हैं।
आवश्यकताएं जीवन के निर्वाह के लिए होती हैं, जीवन का ध्येय नहीं।
मौन और उसका अभ्यास अपने आपके साथ सच्चे और पक्के नाते का वादा है।
खुद को खुद से मिलवाने वाला मौन वो अंतराल है, जिसके अहसास की मिसाल देना आसान नहीं है।
जब आप केवल अपने साथ हों और आपका मन प्रफुल्लित हो, तब मानिए कि आपकी यात्रा सही दिशा में चल रही है।