प्रश्न. उत्साह कविता के शीर्षक की सार्थकता तर्क सहित सपष्ट कीजिए।
उत्तर : यह कविता एक आह्वान गीत है। आह्वान गीत उत्साह का संचार करने के उद्देश्य से लिखे जाते हैं। कवि ने बादलों की गर्जना को उत्साह का प्रतीक माना है। बादलों की गर्जना नवसृजन, नवजीवन का प्रतीक है। कवि अपेक्षा करता है कि लोग बादलों की गर्जना से उदासीनता छोड़ उत्साहित हो जाएँगे। प्रकृति में नव-जीवन के समावेश और जनमानस में क्रान्ति चेतना के शंखनाद के लिए ‘उत्साह’ की आवश्यकता होती है। ऐसी अपेक्षा करते हुए ही कवि ने कविता का शीर्षक ‘उत्साह’ रखा है जो पूर्णत: सार्थक है।