उत्तर – ‘आत्मत्राण’ कविता में कवि सहायक के न मिलने पर किसी पर निर्भर न रहने की बात इसलिए कहता है, ताकि ऐसी विषम परिस्थिति में उसका आत्मबल, हिम्मत, साहस और बल – पौरुष बना रहे।
साथ ही ईश्वर पर उसका विश्वास डिगे नहीं। कवि ईश्वर से साहस माँग रहा है ताकि वह दुःखों का सामना कर सके।