पारिवारिक पत्र : छोटे भाई के नाम बड़े भाई का पत्र
छोटे भाई के नाम बड़े भाई का पत्र : स्वास्थ्य-रक्षा की ओर ध्यान देने के लिए।
लालकुर्ती,
छोटा बाज़ार,
मेरठ कैंट ।
दिनांक …………………….
प्रिय संजय,
आशीर्वाद !
कल ही पिता जी का पत्र मिला था। घर के सभी कुशल समाचारों के साथ उसमें तुम्हारे कुछ अस्वस्थ रहने, कमजोर हो जाने की बात भी लिखी हुई थी।
स्वास्थ्य को ही जीवन में सच्चा और श्रेष्ठ धन भी कहा गया है। वह इसलिए कि स्वस्थ आदमी ही अपना कर्त्तव्य पालन कर, कठिन परिश्रम करके जीवन में चाहे जो कुछ भी पा सकता है। पढ़-लिखकर जो चाहे बन सकता है। तुम यदि इस खेलने-खाने और पढ़ने-लिखने की छोटी आयु में ही अस्वस्थ होकर दुर्बल होते गए, तो आगे चलकर जीवन का क्या होगा? माता-पिता और हम सभी की आशाएँ कैसे पूरी कर पाओगे?
अपने जीवन को, तन-मन को स्वस्थ और सबल बनाए रखने की कोशिश किया करो। सुबह जल्दी उठा करो, रात को जल्दी सो जाया करो। सुबह उठकर सैर किया करो। खुले में थोड़ा व्यायाम, थोड़ा खेल-कूद भी अवश्य किया करो। हरी सब्ज़ियों, फलों और दूध का खूब सेवन करो। इससे अवश्य स्वस्थ और सबल रहोगे ।
तुम्हारी भाभी की ओर से बहुत प्यार। अपने हाथ से पत्र लिखकर अपने अच्छे स्वास्थ्य की जल्दी सूचना देना।
तुम्हारा बड़ा भाई,
राजीव