पद्यांश/ काव्यांश
निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
तुझको या तेरे नदीश, गिरि, वन को नमन करूँ मैं
मेरे प्यारे देश! देह या मन को नमन करूँ मैं?
किसको नमन करूँ मैं भारत! किसको नमन करूँ मैं?
भारत नहीं स्थान का वाचक, गुण विशेष नर का है,
एक देश का नहीं शील यह भूमंडल भर का है।
जहाँ कहीं एकता अखंडित, जहाँ प्रेम का स्वर है,
देश-देश में वहाँ खड़ा भारत जीवित भास्वर है ।।
निखिल विश्व की जन्म भूमि- वंदन को नमन करूँ मैं?
किसको नमन करूँ मैं भारत! किसको नमन करूँ मैं?
(क) कवि ने किस-किस को नमन करने की बात कही है?
(ख) भारत कहाँ खड़ा है?
(ग) भारत को किसकी जन्मभूमि कहा गया है?