पदबंध की परिभाषा और उसके भेद।

एक या अधिक अक्षरों से बनी हुई स्वतंत्र, सार्थक ध्वनि को शब्द कहते हैं। जैसे राम, स्कूल, आत्मा, विद्वान आदि।

शब्द जब तक वाक्य में प्रयुक्त नहीं किए जाते, तब तक स्वतंत्र होते हैं, लेकिन वाक्य में प्रयुक्त इन शब्दों का अस्तित्व स्वतंत्र न रहकर वाक्य के लिंग, वचन, कारक और क्रिया के नियमों से अनुशासित हो जाता है।

व्याकरण के नियमों में बंधने से यह शब्द, शब्द न रहकर पद बन जाते हैं। वाक्य में प्रयुक्त शब्द ही ‘पद’ कहलाते हैं।


शब्द और पद में अंतर

जब वाक्य से अलग रहते है तो ‘शब्द ‘ कहलाते है और यही शब्द अगर वाक्य में प्रयोग किये जाते है तो उसे ‘ पद ‘ कहते हैं।

पद वाक्यों में व्याकरण के नियमो से बंधे रहते हैं, यानि कि पद को व्याकरण के नियम से प्रयोग किया जाता है।


पदबंध

जब दो या दो से अधिक पद मिलकर वाक्यांश बनाते हैं तथा वे एक ही पद की तरह काम करते हैं तो उसे पदबंध कहते है।

उदाहरण के तौर पर –

ज्यादा पढ़ने वाला छात्र प्रथम आया। (इस वाक्य में ‘ज्यादा पढ़ने वाला छात्र’ एक ही पद की तरह काम कर रहा है। )


पदबंध के भेद

1) संज्ञा – पदबंध : जब पदबंध संज्ञा की तरह काम करे।

उदाहरण के तौर पर –

घर के आगे लगा पेड़ गिर गया। (इस वाक्य में ‘घर के आगे लगा पेड़’ संज्ञा पदबंध है।)

आसमान में तारे चमक रहे हैं। (इस वाक्य में ‘आसमान में तारे’ संज्ञा पदबंध है।)

2) विशेषण – पदबंध : जब पदबंध विशेषण की तरह काम करे ।

उदाहरण के तौर पर –

तेज चलने वाली गाड़ियां प्रायः देर से पहुंचती हैं।(इस वाक्य में ‘तेज चलने वाली गाड़ियां’ विशेषण पदबंध है।)

मोहन बहुत आज्ञाकारी और विनम्र है। (इस वाक्य में ‘बहुत आज्ञाकारी और विनम्र’ विशेषण पदबंध है।)

3) सर्वनाम – पदबंध : जब पदबंध सर्वनाम की तरह काम करे।

उदाहरण के तौर पर –

मेरे बचपन का साथी मोहित डॉक्टर है। (इस वाक्य में ‘मेरे बचपन का साथी’ सर्वनाम पदबंध है।)

बिजली सी फुर्ती दिखाकर आपने घोड़ा पकड़ लिया। (इस वाक्य में ‘बिजली सी फुर्ती दिखाकर’ सर्वनाम पदबंध है।)

4) क्रिया – पदबंध : जब पदबंध क्रिया की तरह काम करे।

उदाहरण के तौर पर –

सुरेश नदी में नहा रहा है। (इस वाक्य में ‘नहा रहा है’ क्रिया पदबंध है।)

खिड़की को खोला नहीं जा सकता। (इस वाक्य में ‘खोला नहीं जा सकता’ क्रिया पदबंध है।)

5 ) क्रिया विशेषण पदबंध – वह पदबंध जो वाक्य में क्रिया की विशेषता प्रकट करे , क्रिया विशेषण पदबंध कहलाता है।

उदाहरण के तौर पर –

वह बहुत सुंदर नाची। (इस वाक्य में ‘बहुत सुंदर’ क्रियाविशेषण पदबंध है। )

वह बहुत धीरे-धीरे चलता है। (इस वाक्य में ‘बहुत धीरे-धीरे’ क्रियाविशेषण पदबंध है। )

आज मैंने पेट भरकर खाना खाया। (इस वाक्य में ‘पेट भरकर’ क्रियाविशेषण पदबंध है। )

आप आराम से बैठकर बातें कीजिए। (इस वाक्य में ‘आराम से बैठकर’ क्रियाविशेषण पदबंध है। )