पत्र लेखन : शुभ अवसर पर न पहुँच पाने का कारण और बधाई।
मित्र का मित्र के नाम पत्र : शुभ अवसर पर न पहुँच पाने का कारण और बधाई।
18, दिनदारपुरा,
मुरादाबाद।
दिनांक 6.6.20 ……..
प्रियवर मनोज,
स्नेह मिलन,
आशा है, सपरिवार सकुशल और सानंद होंगे। यहाँ पर हम सब कुशलतापूर्वक हैं और तुम सभी की कुशलता की कामना करते हैं। तुमने अपनी बहन रश्मि के शुभ विवाह के अवसर पर जो निमंत्रण-पत्र भेजा था, वह मुझे ठीक समय पर मिल गया था। इस पवित्र अवसर पर शुभकामनाएँ देने के लिए मैं उपस्थित न हो सका। मुझे विश्वास है कि मेरे न आ पाने का कारण जानकर तुम सब अवश्य क्षमा कर दोगे ।
रश्मि की शादी का निमंत्रण जिस दिन मिला, उसी दिन माता जी को एक नर्सिंग होम में दाखिल करवाना पड़ा। उनकी देखभाल और भाग-दौड़ के कारण मेरे लिए आ पाना संभव न हो सका। मुझे विश्वास है कि सब क्षमा अवश्य कर देंगे! अब माता जी भी स्वस्थ हैं। हम सभी की ओर से आप सब सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभ कामनाएँ।
तुम्हारा अपना ही,
दीपांकर