पत्र लेखन : गर्मी की छुट्टियों में पहाड़ी-स्थल से।
सखी के नाम पत्र : गर्मी की छुट्टियों में पहाड़ी-स्थल से।
मसूरी
दिनांक 15.5.20……….
प्रिय सखी नमिता,
स्नेह स्मरण,
आशा है, तुम अपने परिवार के साथ कुशल-मंगलपूर्वक होगी। हाँ, इस सुहावने पहाड़ी स्थल पर तुम्हारी याद अवश्य एक अभाव बनकर सताने लगती है। उसी से विवश होकर तुम्हें पत्र लिखने से अपने को रोक न सकी।
इस भयानक गर्मी में पहाड़ों की रानी मसूरी की गोद में बैठकर वास्तव में समय बड़े आनंद-मौज में बीत रहा है। मौसम बड़ा ही सुहावना रहता है।
यहाँ हमने धोबी घाट, नेहरू पार्क, होर्स हाईट, कैम्पटी फॉल तथा अन्य सभी दर्शनीय स्थल दो-दो, तीन-तीन बार देखे हैं। धोबी घाट और कैम्पटी फॉल पर नहाने का बड़ा ही मजा आया और उस समय तुम्हारी याद भी बहुत आई। काश! तुमने हमारे साथ आने का मेरा अनुरोध मान लिया होता।
बाकी यहाँ की सर्दी – गर्मी, वर्षा, भूख-प्यास, यहाँ के मूल निवासियों की दुर्दशा, कुलियों की हिम्मत आदि के सारे वर्णन मिलने पर ही तुम्हें सुना पाऊँगी। बस, जी चाहता है कि उड़कर तुम्हारे पास आ पहुँचूँ। घर में सभी को यथायोग्य नमस्ते।
तुम्हारी सखी,
सुदेश