धैर्य का धन संचय करने वाला निर्धन नहीं हो सकता।

  • एक अकेली मोमबत्ती का अकेले ही अंधेरे को परिभाषित करना अद्भुत है।
  • अपना जीवन हम खुद तय करते हैं। पहले हम चुनाव करते हैं, फिर यही चुनाव हमें बनाते हैं।
  • आप अपने बच्चों से किसी चमत्कार की उम्मीद मत कीजिए, खासतौर पर तब जबकि आपने उसके लिए मेहनत नहीं की है।
  • आपका आज का पुरुषार्थ ही आपका कल का भाग्य है। इसलिए हर दिन कुछ न कुछ पुरुषार्थ जरूर कीजिए।
  • अगर हम वही करें जो हमें आनन्द देता है और हम उन लोगों के साथ काम करें, जिनके साथ काम करना पसंद है तो हमारा काम हमें खुशी देता है।
  • लोगों के प्रति नफ़रत न रखें। दुनिया में किसी भी व्यक्ति के प्रति नकारात्मक विचार हों तो उन्हें भूल जाएं। इससे आपको खुश रहने में मदद मिलेगी।
  • नाराज़ होना आसान है। पर सही व्यक्ति पर, सही मात्रा में, सही वक्त पर, सही उद्देश्य व सही तरीके से नाराज़ होना मुश्किल है।
  • खुश रहना ही जीवन का अर्थ, उद्देश्य, लक्ष्य और इंसान के अस्तित्व का कारण है।
  • जोखिम उठाने से हमें ज़िन्दगी का चमत्कार समझ में आएगा। जब ऐसा कुछ होने देंगे जिसकी उम्मीद न हो।
  • विश्वास प्रेम की ओर बढ़ाया गया पहला कदम है – मुंशी प्रेमचंद।
  • चीज़ों को देखने का हमारा नज़रिया ही हमारे समाधान तय करता है। समस्या के हर पहलू को देखें।
  • जीवन में चुनौतियां खत्म नहीं होंगी, डर को जीतना ही बहादुरी है।
  • हमें पूर्वजों से जो दुनिया मिली है, उससे बेहतर दुनिया अपने बच्चों के लिए छोड़ना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।
  • जिस व्यक्ति के पास धैर्य का धन है, वह ताउम्र निर्धन नहीं हो सकता।
  • जीने में सरलता, कठिन हालात में धैर्य और दूसरों के प्रति सहानुभूति। ये तीनों जिंदगी का सबसे बड़ा खजाना बनते हैं।
  • सेहत सबसे बड़ी सम्पत्ति है। संतोष सबसे बड़ा खजाना और आत्मविश्वास सबसे बड़ा दोस्त है।
  • हर परिस्थिति में हमारे भीतर शांति व प्रसन्नता बनाए रखने के लिए ध्यान बहुत जरूरी है। ईश्वर आपको उतनी ही समस्या देता है जितनी आप झेल सकते हैं।
  • हम स्वर्णिम नियम जानते हैं कि दूसरों के प्रति वैसा ही करो, जैसा आप अपने प्रति उनसे चाहते हो। इसमें एक और चीज़ जोड़ लें कि खुद के साथ भी उतने ही प्रेम और सम्मान के साथ व्यवहार करें, जो आप दूसरों के प्रति दिखाना चाहते हैं।
  • हम उस कहानी से परिभाषित होते हैं जो हम हर दिन खुद के लिए लिखते हैं।
  • क्या यह खुशी, लगन और दया की कहानी है?
  • या फिर ग्लानि, दोषारोपण और असफलता की कहानी है ?
  • आप जिन भावनाओं के अनुरूप जीना चाहते हैं, उनके अनुरूप एक नई शब्दावली खोजें और खुद से प्रेम से बात करें।
  • वह व्यक्ति कभी खुश नहीं हो सकता जो अपने वर्तमान से खुश न हो।
  • खुशी पाने के लिए मनुष्य यहां वहाँ भटकता रहता है, जबकि खुशी उसके अंतर्मन में निहित है।
  • कार्य कितना भी बड़ा हो, पर आपके दृढ़ संकल्प के आगे वह छोटा पड़ जाएगा।
  • इंसान को अपनी मुश्किलें गिनना ही आता है, वह कभी खुशियों की गिनती नहीं करता, जो सबसे जरूरी है।
  • ताकत हमेशा उसी व्यक्ति को दी जाती है, जिसके पास झुककर उसे हासिल करने का साहस हो।
  • मंजिल के रास्ते ढूँढना ही उम्मीद का सार है।
  • आपके मन के विचार ही आपकी शांति, आपके सुख और आपकी खुशी से जुड़े हैं।
  • अशांति का एक कारण जीवन की जटिलताएं होती हैं। हम इनका जितना अधिक विश्लेषण करेंगे, जीवन उतना ही जटिल होता जाएगा।