धन्यवाद पत्र : सखी को धन्यवाद पत्र
आप 16/40 शक्ति नगर दिल्ली में रहने वाली प्रीति हैं। परीक्षा में विशेष उपलब्धि पर आपकी सखी ‘मेधा’ ने आपको बधाई भेजी है। उसे धन्यवाद देते हुए पत्र लिखिए।
16/40, शक्ति नगर
दिनांक : 3 अप्रैल, 20XX
दिल्ली
अभिन्न हृदया मेधा
तुम्हारा बधाई पत्र मिला, सफलता का आनंद दुगुना हो गया, बहुत-बहुत धन्यवाद ।
तुम्हारा और मेरा साथ एक लंबे समय का अनुबंध था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। आज की मेरी इस उपलब्धि के लिए मैं तुम्हें भी कोटि-कोटि धन्यवाद देना चाहती हूँ, क्योंकि कहा जाता है कि संगति का असर हम पर अवश्य पड़ता है। एक अच्छे मित्र का साथ हमें ऊँचाइयों की ओर ले जाता है। मेधा, क्या तुम्हें ऐसा नहीं लगता कि व्यक्ति की उपलब्धियों का श्रेय केवल स्वयं को ही नहीं जाता, अपितु उसकी उपलब्धि में उसके माता-पिता, इष्ट मित्र भी उतने ही भागीदार होते हैं। मेरी अभिन्न सखी होने के नाते तुम्हारा योगदान भी कम नहीं है। यदि मुझे इष्ट-मित्रों का सहयोग और प्रोत्साहन न मिला होता, तो निश्चय ही यह परिणाम न होता । आज का दिन सच में ही मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का दिन है, लगता है जैसे मैंने आसमान छू लिया है।
अपनी सखी को याद करने और बधाई देने के लिए एक बार फिर धन्यवाद।
अपने माता-पिता को मेरा नमस्कार कहना और संपर्क बनाए रखना। अपने विषय में भी सूचना देना। तुम्हारे पत्र की प्रतीक्षा में।
तुम्हारी अपनी
प्रीति