द्वंद्व समास
द्वंद्व समास
द्वंद्व समास (Copulative Compound) : जिस समस्तपद में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने में दोनों पदों के बीच ‘और’, ‘या’, ‘तथा’, ‘अथवा’ जैसे योजक शब्दों का प्रयोग हो तो, उसे ‘द्वंद्व समास’ कहते हैं। द्वंद्व का अर्थ दो या दो से अधिक वस्तुओं का युग्म अर्थात् जोड़ा होता है; जैसे :
राधा-कृष्ण _ राधा और कृष्ण
दाल-रोटी _ दाल और रोटी
आटा-दाल _ आटा और दाल
माँ-बाप _ माँ और बाप
छोटा-बड़ा _ छोटा और बड़ा
अमीर-गरीब _ अमीर और गरीब
ऊँच-नीच _ ऊँच और नीच
जन्म-मरण _ जन्म और मरण
रात-दिन _ रात और दिन
पूर्व-पश्चिम _ पूर्व और पश्चिम
पृथ्वी-आकाश _ पृथ्वी और आकाश
नदी-नाले _ नदी और नाले
धनी-मानी _ धनी और मानी
राजा-रंक _ राजा और रंक
राम-लक्ष्मण _ राम और लक्ष्मण
दाल-चावल _ दाल और चावल
सुख-दुख _ सुख और दुख
भला-बुरा _ भला और बुरा
पाप-पुण्य _ पाप और पुण्य
धर्म-अधर्म _ धर्म और अधर्म
खरा-खोटा _ खरा और खोटा
देश-विदेश _ देश और विदेश
लोभ-मोह _ लोभ और मोह
जल-थल _ जल और थल
नर-नारी _ नर और नारी
वेद-पुराण _ वेद और पुराण