तत्पुरुष के भेद
तत्पुरुष समास (Determinative Compound)
1. तत्पुरुष समास (Determinative Compound) : समस्त पद बनाते समय बीच की विभक्तियों का लोप हो जाता है। जैसे-गुरुदक्षिणा का विग्रह है-‘गुरु के लिए दक्षिणा’। समस्त पद बनाने पर (गुरुदक्षिणा) ‘के लिए’ विभक्ति का लोप हो गया है।
तत्पुरुष समास के निम्नलिखित भेद हैं:
1. कर्म तत्पुरुष – जहां कर्म कारक की विभक्ति ‘को‘ का लोप हो जाता हो; जैसे :
2. करण तत्पुरुष – जहां करण कारक की विभक्ति ‘से‘ का लोप हो जाता हो; जैसे :
3. संप्रदान तत्पुरुष – जहां संप्रदान कारक की विभक्ति ‘के लिए’ का लोप हो जाता हो; जैसे :
4. अपादान तत्पुरुष– जहां अपादान कारक की विभक्ति ‘से‘ का लोप हो जाता हो; जैसे :
5. संबंध तत्पुरुष – जहां अपादान कारक की विभक्ति ‘का, के, की’ का लोप हो जाता हो; जैसे :
6. अधिकरण तत्पुरुष – जहां अपादान कारक की विभक्ति ‘में, पर‘ का लोप हो जाता हो; जैसे :
7. नञ् समास-जहाँ निषेध के अर्थ में ‘न’ ‘अ’ या ‘अन्’ का प्रयोग हो; जैसे :