डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है, असली शिक्षा कर्मों और व्यवहार में नजर आ जाती है।

  • किसी भी बात का इतना ज्यादा एनालिसिस नहीं करना चाहिए कि दिमाग को पैरालिसिस हो जाए। भगवान ने जिंदगी जीने के लिए दी है, पोस्टमार्टम करने के लिए नहीं।
  • जंगल हमारी धरती के फेफड़े हैं, हवा को शुद्ध करते हैं और हमें नई ताकत देते हैं।
  • यदि आप किसी के सूरज नहीं हो सकते हैं, तो उनके काले बादल बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
  • यदि आप उम्मीद करते हैं कि दुनिया आपके साथ निष्पक्ष होगी, क्योंकि आप निष्पक्ष हैं, तो आप अपने आप को मूर्ख बना रहे हैं। ऐसी उम्मीद करना उसी प्रकार है, जैसे वह शेर से अपेक्षा करता है कि तुम उसे न खाओ, क्योंकि मैंने तुम्हें नहीं खाया।
  • अपने बच्चों को अमीर बनने के लिए शिक्षित न करें, बल्कि उन्हें खुश रहने के लिए शिक्षित करें, ऐसा करने से वे खुश रहने की और अपने पास उपलब्ध सुविधाओं की अहमियत समझते हैं।
  • आपकी डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है, आपकी शिक्षा आपके कर्मों और व्यवहार में दिखाई देती है।
  • हार मन की एक अवस्था है। यदि आप इसे मन में हरा देते हैं, तो आप इसे वास्तविकता में हरा देंगे।
  • एक बार प्रेरित करने वाला, हमेशा प्रेरित करता है। कहने का अर्थ यह है कि यदि आप एक प्रेरक (इंफ्लुएंसर) व्यक्ति हैं, तो अलग-अलग भूमिकाओं में ही सही, आप जीवन भर प्रेरित करते रहते हैं।
  • एक फूल कभी भी बगल के फूल के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बारे में नहीं सोचता। यह सिर्फ खिलता है।
  • हमारे कर्म करने के तीन माध्यम हैं – मन से, वचन से और कर्म से।
    1. मन से कर्म वह है जब हम किसी के प्रति सद्भावना या दुर्भावना जैसे विचार लाते हैं।
    2. वचन से कर्म वह है जो हम बोलों द्वारा किसी को खुशी देते हैं या तकलीफ पहुंचाते हैं।
    3. कर्म से कर्म करना वह होता है, जो हम अपने हाथों से करते हैं, जैसे किसी को चोट पहुंचाना, किसी को दान देना या किसी को स्नेह से दुलारना।
  • किसी भी व्यक्ति के अंदर जिस साहस की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, वह है अपने सपनों का पीछा करने और उन्हें पूरा करने का साहस।
  • जहाँ धैर्य और प्रतिबद्धता होती है, वहाँ प्रेरणा अपने आप आती है और सफलता मिल ही जाती है। बस हमें अपनी सोच को सकारात्मक रखना चाहिए।
  • काम करते समय गलतियों से डरना नहीं चाहिए, अक्सर गलतियाँ खोज का स्रोत बनती हैं।