डर से डरने की जरूरत नहीं होती।

  • असफल होने के बावजूद आत्मविश्वास के साथ लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ते रहना ही सफलता की गारंटी है।
  • कोई दावा नहीं कर सकता कि जीवन में उसे कभी अपयश न मिला हो। हमें उन बातों का भी दोषी ठहरा दिया जाता है जो हमने कभी की नहीं।
  • जीवन में कलंक आ जाए तो भी निराश नहीं होना है। देवी आपको शक्ति अवश्य देंगी और वही शक्ति आपको सही सिद्ध करेगी।
  • अच्छे भविष्य के लिए चिंतन करो, चिंता नहीं। नए विचारों को जन्म दो।
  • जो कुछ भी तुम्हें कमजोर बनाता है, शारीरिक या मानसिक रूप से, उसका त्याग ही शक्ति है।
  • परफेक्शनिज्म के फेर में हमें अपनी शांति भंग नहीं करनी चाहिए।
  • समस्या यह है कि दूसरे हमारी किसी बात पर क्या सोचेंगे, हम इससे इतने डरे होते हैं कि कोई नई पहल नहीं कर पाते और अपने में सिमटे रहते हैं। जबकि डर से डरने की इतनी भी जरूरत नहीं है।