जीवन जीने के लिए है।


  • अभ्यास किसी भी योग्यता में माहिर होने की कुंजी है।
  • अपने बारे में आप जो मानसिक चित्र बनाते हैं, उसका आपके व्यवहार पर बहुत असर पड़ता है।
  • निंदा के डर से अपना लक्ष्य न छोड़ें, क्योंकि लक्ष्य मिलने के बाद निंदा करने वालों की राय बदल जाती है।
  • हम लोग किसी की ‘हाँ’ को प्रेम और स्नेह से जोड़ लेते हैं और ‘न’ को रिजेक्शन मान लेते हैं। जब कभी लोग हमारी बात नहीं सुनते या सुनने से इंकार कर देते हैं तो हम इसे दुश्मनी के तौर पर लेते हैं।
  • फर्क इस बात से नहीं पड़ता कि आप कितनी जोर से गिरते हैं, बल्कि इस बात से पड़ता है कि कितनी जोर से उठ खड़े होते हैं।
  • जब तक आप किसी बड़ी चुनौती का सामना नहीं करते तब तक आप यह कभी नहीं जान पाएंगे कि आप में कितना दम है।
  • अगर आपका बातों को समझने का तरीका सकारात्मक है तो आप सकारात्मक हैं। अगर आप नकारात्मक तरीके से उनकी व्याख्या करते हैं तो आप नकारात्मक हो जाएंगे।
  • हर इंसान अपने बारे में एक धारणा कायम कर लेता है। यदि बदलाव चाहते हैं तो अपने प्रति धारणा बदलें।
  • बोलने से पहले सुनने का अभ्यास करना सीखिए।
  • अज्ञानता को ख़त्म किया जा सकता है लेकिन मूर्खता हमेशा के लिए होती है।
  • शब्द ही हैं जो दिमाग को पंख देते हैं।
  • कोई इंसान पूरी तरह ईमानदार नहीं हो सकता है। कोई भी लोभ के लाभ से ऊपर नहीं उठ पाया है।
  • सोच ऊंची हो तो भाषा भी ऊंची होनी चाहिए।
  • अगर कोई विचार आपको परेशान कर रहा है तो तुरंत ही उससे बाहर निकलने का प्रयास कीजिए।
  • अपने काम में उत्कृष्टता लाने का प्रयास करें। सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतियोगिता करने की इच्छा रखें।
  • अपने देश के भले के लिए व्यक्ति को हर परेशानी का सामना करना चाहिए।
  • बचपन में असुरक्षित महसूस करने वाले बच्चे आगे चलकर किसी भी रिश्ते में सुखी नहीं हो पाते।
  • जिंदगी को लंबा करने के जुनून का पीछा करने की बजाय हमें यह खोजने में व्यस्त होना चाहिए कि इस धरती माता की गोद में बिताए जीवन को कैसे सुगम बनाएं, क्योंकि जीवन जीने के लिए है।
  • हमारे जीवन की शाम जब धीरे – धीरे ढल रही है तो ऐसे में हमें हर हाल में इसे सार्थक बनाने के लिए जो ठीक लगे, वह करना चाहिए।