चैत्र एवं शारदीय नवरात्र का महत्व
आदिशक्ति माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का पर्व होता है नवरात्र।
चैत्र नवरात्र में घर में पूजन करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस दौरान पूजा करने वाले साधक को कुछ नियमों का पालन करना चाहिए
साल 2019 चैत्र (वासंती) नवरात्र तिथि
6 अप्रैल 2019 से नवरात्र प्रारंभ
14 अप्रैल 2019 को नवरात्र समापन
भगवान राम ने सबसे पहले समुद्र के किनारे शारदीय नवरात्रों की पूजा की शुरुआत की। राम ने लगातार 9 दिनों तक शक्ति की पूजा की थी और तब जाकर उन्होंने लंका पर जीत हासिल की थी। यही वजह है कि शारदीय नवरात्रों में नौ दिनों तक दुर्गा मां की पूजा के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है।
साल 2019 आश्विन (शारदीय) नवरात्र की तिथि
29 सितंबर 2019 से नवरात्र प्रारंभ
8 अक्तूबर 2019 को नवरात्र समापन
- गुलाबी नाखून
गर्ग संहिता के अनुसार जिस स्त्री के नाखून लाल, चमकीले, चिकने और उठे हुए होते हैं, वह सौभाग्यशाली होती है। नाखून उंगली से कुछ बाहर निकले हों तो यह भी सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
- दुर्जन की पहचान
सांप के दांत में विष रहता है, मक्खी के सिर में और बिच्छू की पूंछ में विष रहता है। किंतु दुर्जन व्यक्ति के पूरे शरीर में विष रहता है।
- सुविचार
चिंता से चित्त को संताप और आत्मा को दुर्बलता प्राप्त होती है। इसलिए हमें चिंता को तो सर्वथा छोड़ ही देना चाहिए। – ऋग्वेद
आपके संघर्ष की गहराई से तय होता है कि आपकी सफलता की ऊंचाई क्या होगी।