चराइदेव मोईदाम, असम


📌 चराइदेव मोईदाम, दरअसल अहोम शासकों को दफनाने की जगह है, जहां राजाओं को विभिन्न सामग्रियों के साथ दफनाया जाता था।

📌 मोईदाम दरअसल उन समाधियों को कहा जाता है, जहां किसी को दफनाया गया हो।

📌 18वीं शताब्दी से अहोम शासकों ने अंतिम क्रिया के लिए दाह संस्कार करना शुरू कर दिया। इसके बाद यहां उनकी राख और अस्थियों को दफनाया जाने लगा।

📌 यहां 386 मोइदाम खोजे गए हैं। उनमें 90 शाही समाधियां हैं।

📌 असम में अहोम शासकों ने 600 वर्षों तक राज किया। उन्होंने 1228 से असम पर अपना शासन स्थापित किया।

📌 छोलुंग सुकफा अहोम साम्राज्य का संस्थापक है।

📌 1826 में यांडाबू की संधि के साथ ही अहोम साम्राज्य का अंत हुआ।

📌 लचित बोरफुकन सबसे प्रसिद्ध और अपने समय का पराक्रमी शासक रहा था।