घर का खर्चा

घर का खर्चा

गरीबदास ने मुझे चाय पर बुलाया,

अपने चारों बेटों से मेरा परिचय करवाया।

ये मेरा पुत्र है MBBS पास,

नाम हर्षदास रहता है सदा उदास।

ये जो टूटी खाट पर लेटा है,

ये मेरा दूसरा बेटा है।

बम्बई से आया है,

Engineering की Degree लाया है।

वो जो तीसरा पानी भर रहा है,

Hindi में M.A कर रहा है।

चौथे का दिमाग जरूरत से ज्यादा High है,

पढ़ लिख नहीं पाया, इसलिए नाई है।

Hair cutting salon चलाता है,

अच्छे अच्छों की हजामत बनाता है।

मैंने कहा इसे घर से निकालिए,

और घर की reputation संभालिए।

गरीबदास ने कहा निकाल तो दूँ,

पर वो बहुत काम आ रहा है।

बाकी सब पढ़े लिखे बेरोजगार हैं,

घर का खर्चा यही चला रहा है।

घर का खर्चा यही चला रहा है।