खुशी एक परफ्यूम की तरह है। जब तक आप इसे खुद पर नहीं छिड़केंगे, औरों को खुश नहीं कर सकते।

  • यदि मनुष्य समग्रता में क्षण-क्षण जीता है, तो कभी कोई पश्चाताप नहीं, कोई अपराध नहीं रह जाता।
  • जब तक आप जीवित हैं आप कभी सुरक्षित नहीं हो सकते। एक लाख चीजें किसी भी क्षण गलत हो सकती हैं, अतः असुरक्षा का आनंद लेना सीखना ही सुरक्षा है।
  • खुशी एक परफ्यूम की तरह है। जब तक आप इसे खुद पर नहीं छिड़केंगे, औरों को खुश नहीं कर सकते।
  • जिस प्रकार बिना जल के धान नहीं उगता, बिल्कुल उसी प्रकार बिना विनय के प्राप्त की गई विद्या भी फलदायी नहीं होती।
  • सपने और हकीकत के बीच के अंतर को ही कर्म कहते हैं।
  • जीवन में अनगिनत दरवाजे मिलते हैं। अगर आप मेहनती हैं तो आप उनमें से कुछ दरवाजे खोलेंगे। अगर आप होशियार हैं तो आप कई दरवाजे खोलेंगे और अगर आप जोश से भरे हैं, तो आपके लिए हर दरवाजा खुद खुलेगा।
  • आपको जैसा इंसान बनना है, वैसी इच्छाशक्ति, लगन और हौसला ही सफलता है।
  • अपना प्यार खोना ठीक है। अपने सबसे अच्छे दोस्त को खोना ठीक है। लेकिन उन्हें वापस पाने की प्रगति में खुद को खोना ठीक नहीं है। अपने आप को महत्व दें, आप महत्वपूर्ण हैं।
  • आलस्य सबसे बड़ा दुर्गुण है। जो सदा प्रसन्न रहता है, उसके अंदर आलस्य नहीं हो सकता। प्रसन्न रहने से व्यक्ति की सोच पॉज़िटिव रहती है।
  • सबसे मजबूत लोग दूसरों की मदद करने के लिए समय निकालते हैं, भले ही वे अपनी निजी समस्याओं से जूझ रहे हों।
  • अपने उस हिस्से को मार दो जो मानता है कि यह दूसरों के बिना जीवित नहीं रह सकता।