क्या वाकई आती है महिलाओं पर माता, क्या कहता है साइंस ?

अंधविश्वास

नवरात्रि के दौरान सुनने में आता है कि किसी महिला पर माता आ गई। वो झूमने लगती है, अलग आवाज में बोलने लगती है या फिर किसी न किसी तरह का अजीबोगरीब व्यवहार दिखता है। हालांकि मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ये हिस्टीरिया है, यानी वो मनोवैज्ञानिक बीमारी, जो अक्सर उन महिलाओं में होती है जो किसी ट्रॉमा से गुजर रही हों। एक्सपर्ट ये भी मानते हैं कि लगातार किसी मंत्र, भजन, तबले या ढोलक की वाइब्रेशन से भी ऐसा होता है।

वैसे ‘माता आना’ टर्म महिलाओं जैसे ही साइंस की बात की जाए, वे तक ही सीमित नहीं, पुरुषों के साथ भी ऐसा होता है। इस बारे में छत्तीसगढ़ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति डॉ. दिनेश शर्मा बताते हैं कि उनके सामने कई ऐसे मामले आए, जब पुरुषों ने खुद पर हनुमान, साईं बाबा या किसी देवता के आने का दावा किया। जैसे अगर वो म्यूजिक आए, जब पुरुषों ने खुदपर हनुमान बंद कर दिया जाए, जिसमें वे खुद साईबाबा या किसी देवता के आने का दावा किया।

बकौल डॉ. मिश्रा, इसमें आधे मामले तो अंधविश्वास के हैं, जबकि कई मामले फर्जीवाड़े के भी हैं। ऐसे लोग, मासूम लोगों की आस्था पर कारोबार चलाते हैं। इनसे जैसे ही साइंस की बात की जाए, वे मैदान छोड़ कर भाग जाते हैं। वहीं ऐसे लोग, जो पज़ेशन सिंड्रोम का शिकार हुए हों, उन्हें जैसे ही उस माहौल से हटाया जाता है, वे नॉर्मल हो जाते हैं। जैसे अगर वो म्यूजिक बंद कर दिया जाए, जिसमें वे खुद पर ‘देवी आना’ क्लेम करते हैं।

स्रोत :- दैनिक भास्कर