कोशिश आखिरी सांस तक करनी चाहिए।

✍️ कोशिश आखिरी सांस तक करनी चाहिए। मंजिल मिले या तजुर्बा, दोनों चीज़ें नायाब हैं।

✍️ कभी-कभी आँसू हमारी आँखों को साफ करने में हमारी मदद करते हैं, ताकि हम आगे की अच्छी चीजों को स्पष्ट रूप से देख सकें।

✍️ लोग आपके द्वारा कही गई बातों को भूल जाएंगे, लोग वही करेंगे जो आपने किया था, लेकिन लोग यह कभी नहीं भूलेंगे कि आपने उन्हें कैसा महसूस कराया।

✍️ हमारे आसपास नकारात्मक घटनाएं होती ही रहेंगी। इसलिए खुद को स्थायी रूप से सकारात्मक लोगों, विचारकों, किताबों और संगीत से घेरे रखें, क्योंकि ये नकारात्मकता से मिले घावों पर मरहम का काम करते हैं।

✍️ जब सुख का एक द्वार बंद हो जाता है, तो दूसरा खुल जाता है; लेकिन अक्सर हम बंद दरवाजे पर इतने लंबे समय तक देखते हैं कि हमें वह नहीं दिखता है जिसे खोला गया है।

✍️ पछतावे के साथ जागने के लिए ज़िंदगी बहुत छोटी है। इसलिए उन लोगों से प्यार करें जो आपके साथ सही व्यवहार करते हैं और जो नहीं करते हैं उन्हें भूल जाते हैं।

✍️ उन चीजों को ठीक करें जो आपके सत्ता के दायरे में हैं।

✍️ खुद को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित होने से पहले आप अपनी कितनी दुर्गति कर चुके होते हैं ? यह विचारणीय है।

✍️ यदि आप जो चाहते हैं उसे बदलना चाहते हैं, तो आप जो कर रहे हैं उसे बदलना होगा।  यदि आप बदलना चाहते हैं कि आप क्या कर रहे हैं, तो आप जो सोच रहे हैं उसे बदलना होगा।  यदि आप वह बदलना चाहते हैं जो आप सोच रहे हैं, तो आप जो मानते हैं उसे बदलना होगा।

✍️जीवन को और अधिक सकारात्मक बनाने के लिए :-
अधिक मुस्कुराएंप्राकृतिक बनें • आशावादी बनें • शिकायत न करें • अव्यवस्था को दूर करें  ● आभार व्यक्त करें • उन चीजों को करें जो आपको चुनौती देती हैं।

✍️ अगर हम जीवन में इंद्रधनुष चाहते हैं तो हालात की वर्षा सहन करनी ही होगी।

✍️ शास्त्रों में औषधि को मंत्र कहा गया है। डॉक्टर सांसों को बचाता है, गुरू साँसों को जगाता है। डॉक्टर की औषधि मंत्र है, गुरू का मंत्र ही औषधि है।

✍️ विजय कभी दृढ़ निश्चय पर आधारित होती है, तो कभी धैर्य पर, लेकिन अनुशासन और आस्था से हमेशा विजय मिलती है।

✍️ जितना दृढ़ निश्चय और धैर्य जरूरी है, उतना ही खुद पर विश्वास और आत्मानुशासन जरूरी है; वर्ना हमारा सारा ज्ञान बर्बाद हो जाएगा